Tujhe kya khabar teri yaadon ne mujhe kis tarah se sataya hai,
Kabhi akele me hasaya..
To kabhi bhari mehfil me rulaya hai.
तुझे क्या खबर तेरी यादों ने मुझे किस तरह सताया है,
कभी अकेले में हँसाया
तो कभी भरी महफ़िल में रुलाया है।
Kabhi akele me hasaya..
To kabhi bhari mehfil me rulaya hai.
तुझे क्या खबर तेरी यादों ने मुझे किस तरह सताया है,
कभी अकेले में हँसाया
तो कभी भरी महफ़िल में रुलाया है।
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें